कुछ ख्वाब इन आँखों में अधूरे रह गए कुछ ख्वाब इन हाँथों से गिर करटूट गए
आप आओ न आओ फर्क नही पड़ता हमे ये साँस कब का इस जिस्म कोछोड़ गए
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Md Danish Ansari
सबसे ज्यादा मुश्किल होता है खुद के बारे में लिखना मैं जब भी अपने बारे में कुछ लिखने की कोशिश करता हूँ तो अक्सर घंटो इसी में गुजार देता हूँ की मैं क्या लिखू तो ठीक है मैं सिर्फ इतना ही लिख पाया हूँ अपने बारे में - लिखना पढ़ना शौक है। शायर और उनकी शायरी। घौर पारिवारिक।दिलचस्पी हर नई तकनीक।
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