कुछ टूट रहा कुछ बिखर गया
Md Danish Ansari
March 30, 2018
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कुछ टूट रहा कुछ बिखर गया
मुझमे जैसे कोई रेत सा फिसल गया
सिर्फ बाहर को ही शाम होती नहीं यहाँ
एक शाम उतर रही चुपके से मुझमें
स्याह अँधेरा कुछ पल में ही हो जायेगा
वो मुझे अपने गिरफ्त में ले जायेगा
तू आ और रौशनी कर मेरे अंदर
मुझे रास्ता दिखा मुझी को मेरे अंदर
डूब...