आज बहारों की बहार से
रंगो की मुस्कान से
आज मुझे मिलना है
आज किसी खुशबु से मुझे मिलना है
कोई तो बताओ जरा उनसे कैसे मिले
क्या पहन के जाऊँ
क्या संवर के जाऊँ
चेहरे पे मुस्कान और
दिल में घबराहट ले के जाऊँ
कोई तो बताओ जरा उनसे कैसे मिले
आज किसी खुशबु से मुझे मिलना है
क्या कुछ तोहफे उसके नाम
ले के जाऊँ
या फिर यूँही बस खाली हाँथ
ले के जाऊँ
क्या उसकी तारीफ में कुछ
अलफ़ाज़ कह जाऊँ
या फिर यूँही खामोश चुप चाप
हो के गुजर जाऊँ
आज किसी खुशबु से मुझे मिलना है
कोई तो बताओ जरा उनसे कैसे मिले
नोट : खुशबु = महक
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Md Danish Ansari
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