Tuesday, 26 June 2018

Gauhar Jaan | The Musician & Dancer

June 26, 2018 0 Comments
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Mera Aqsh - Gauhar Jaan

Bharat ki pahli mahila recording super star Gauhar Jaan ke 145ve janmdin par google ne unhe sammanit karte huye yaad kiya hai tatha unka Doodle bana kar post kiya hai ! 26 june 1893 ko janmi bhartiya sinema ki mashhoor gayika ka asli naam Angelina yoward tha, wah bharat ki pahli gaayika thi jinhone apne gaaye gaano ki bakayda recording karwai thi  or yahi wajah hai ki unhe bharat ka pahla recording super star ka darja mila hua hai !

13 saal ki umr me rape

Bhartiya sangeet ko shikhar par pahuchane wali Gauhar Jaan asal zindagi me Shoshan ka shikaar hui thi ! 13 saal ki umr me unka balatkaar hua tha , is sadme se ubharte huye Gauhar jaan ne apna Sikka sangeet ki duniya me aajmaya or wah Kaamyaab bhi hui ! Asal me Gauhar Jaan ki kahani 1900 ke dasak me mahilaon ke shoshan dhokhadhadi or sangharsh ki kahani hai ! Gauhar jaan ki kahaani ko Vikram sanpath ne apne saalo ki research ke baad apni kitaab “My Name Is Gauhar Jaan” ke naam se sabke saamne laaye !

Gauhar Jaan ne 600 se jyada gaane record kiye

Gauhar jaan ne lagbhag 20 bhashaon me Thumri se lekar BHajan tak gaaye hai unhone lagbhag 600 Geet record kiye the , gauhar jaan south india ki pahli mahila gaayika thi jinke gaane sangeet Gramophone company ne record kiye the! 1902 se 1920 ke bich “The Gramophone Company of India “ ne Gauhar Jaan ke Hindustani , Bangla, Gujrati, Marathi, Tamil, Arbi, Farsi, Pashto, Angreji or French Geeton ke 600 Disk nikaale the, dekhte hi dekhte unka dabdaba itna buland ho gaya ki Riyasaton or Sangeet Sabhaon me unhe bulana pratishtha ki baat hua karti thi !

Gauhar Jaan ji ki Background Information

Birth Name  – Angelina Yeoward
Born            – 26 june 1873 Aazamgarh,
                      UttarPradesh, India
Died            – 17 jan 1930 Umr – 56 saal , India
Genres        –  Ghazal, Thumri, Dadra
Occupation  – Musician, Dancer

Years active – 1900 – 1930 

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Md Danish Ansari

Sunday, 24 June 2018

Tu Khwaab Hai Bahut Khubsurat

June 24, 2018 0 Comments
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Mera Aqsh

Tu   khwaab   hai.....  bahut   khubsurat 
Tujhse  hai   kyun    mujhko   mohabbat
Chahun...  tujhe...   maangu...   tujhe.. 
Har  dua  me  hai  fir  bhi  adhura  main
Khwaab hi to hai gujar kyun  nahi jaata
kyun  is  dil  me  meri  kasak   rahi  jata
Aana  hai  to  aa  kyun  tadpaye   mujhe
Kyun chhede mujhe kyun sataye mujhe
Bahut   khubsurat   khwaab   hi   to   hai
Tujhse  hai  fir   kyun  mohabbat  mujhe
Din raat   jaagu.....  bas   ek   tere   liye 
Neend  hai  ke  bojhal   ab  bhi   mujhpe
Palke hai meri ke  bas jhuk jhuk hi jaati
Aankhen hai fir  bhi Sone  ko nahi  jaati 
Dil  hai   ke   bas    Dhadakta   hi   rahta 
Or  khyaal  ke  roku  fir   bhi  rukti  nahi
Tu khwaab   hai.....  bahut   khubsurat... 
Tujhse   hai   kyun   mujhko   mohabbat
Ek   dhuan  hi  dhuan  bas  chaaro  taraf
Bhatak  rahi hai jaan meri hiran ke jaise
Adhure   khwaab   se...   itni   mohabbat
Na  dekha hai maine na suna  hai ab tak
Tu  khwaab  hi  to  hai bahut  khubsurat
Tujhse  hai  fir  kyun mujhko mohabbat

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Md Danish Ansari

Thursday, 14 June 2018

सुबह जब तुम्हे देखता हूँ

June 14, 2018 0 Comments
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Mera Aqsh - My Love

सुबह जब तुम्हे देखता हूँ तो बहुत खुश हो जाता हूँ
एक अलग ताज़गी और  जोश से पूरा भर जाता हूँ
बड़ा बेताब  रहता है  मेरा  दिल  तुझसे  मिलने को
तेरी हर एक  मुस्कुराहट पर मैं  कुर्बान हो जाता हूँ
तुम्हारी   आँखों  में   कोई  खूबसूरत   सा  जादू   है 
जिधर   को   देखती  है   उधर  को   ठहर  जाता  हूँ 
बात करती हो तो एक  अलग ही दुनिया में होता हूँ 
उस  दुनिया  में बस  एक तुम  हो और  एक  हम है 
ये  खूबसूरत  एहसास मेरे  दिल के  बहुत करीब  है 
मैं  तुम्हे   कैसे  बताऊँ   तुम्हे   कितना   चाहता  हूँ 
मुझे तो खुद ही नहीं पता के तुम्हे कितना चाहता हूँ 
कभी कभी ये  सारे सवाल मुझे  अटपटे से  लगते है 
फिर भी  अगर ये  तुम्हारे लिए  एहमियत  रखते है 
तो मैं तुम्हे बताना चाहता हूँ 
समंदर की  गहराई से  ज्यादा है  तुमसे मोहब्बत 
आसमान की ऊँचाई से ज्यादा है तुमसे मोहब्बत 
हवा  की  ताज़गी  से  ज्यादा  है  तुमसे  मोहब्बत 
आग  की  तपिश  से  ज्यादा  है  तुमसे  मोहब्बत 
सितारों की  रौशनी से  ज्यादा है  तुमसे मोहब्बत 
चाँद  की  चाँदनी   से  ज्यादा  है  तुमसे  मोहब्बत 
मगर  सच   कहूँ   तो  यह  सब   कुछ   बेमानी  है 
क्योकि   मेरी   मोहब्बत    इनमे    से   कोई   भी 
न तौल सकता है और न ही उसको मोल सकता है
तुमसे मैं बस इतना ही कहना चाहता हूँ
सुबह जब तुम्हे देखता हूँ तो बहुत खुश हो जाता हूँ
एक अलग  ताज़गी और  जोश से पूरा भर जाता हूँ

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Md Danish Ansari

Friday, 8 June 2018

बड़े दिनों के बाद मैंने कुछ लिखा है

June 08, 2018 0 Comments
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बड़े दिनों के बाद मैंने कुछ लिखा है 
कुछ बातें लिखा है कुछ शिकायतें लिखा है 
तुम्हारे आने से लेकर तुम्हारे जाने तक का सफ़र लिखा है 

लिखा है मैंने के कैसे तुम बहार बन के आये 
ये भी लिखा के कैसे तुम मुझ पर बरसात बन के आये  
ये भी लिखा की चिलमिलाती धुप में कैसे तुमने छाव दी मुझे
कभी जुल्फों से साया किया तो कभी आँचल से साया किया 

ये भी लिखा है के कैसे किसी से बात न करते करते 
तुम्हारे साथ बैठे बिठाये खिलखिला गए 
लिखा है मैंने हर एक दास्ताँ हमारी मुलाकातों का  
लिखा है मैंने ये भी कैसे हम एक दुसरे के करीब आ गए 
सब कुछ लिखा है बस ये नहीं लिखा के 
कब क्यूँ कहाँ तुम मुझसे बेवफा से हो गए 
क्यों उन सारी बातों का वजूद मिटने लगा 
क्यों उन सभी वादों का सफ़र ख़त्म होने लगा 

क्यों सारी बातों की कशिश फ़ना हो गयी 
क्यों हर मुस्कराहट चीख ओ पुकार और आहों में बदल गयी 
सब कुछ लिखा है मगर तेरी बेवफाई लिखी न गयी 
तेरे टूटते वादों की चीखो पुकार लिखी न गयी 
लिखी न गयी मेरे आँखों में मरती हर उम्मीद की तकलीफ 
न लिखी गयी मुझसे मेरे जज्बातों की ख़ामोशी 
न लिखे गए मुझसे मेरे टूटते ख्वाबों के मंज़र 
न लिखे गए मुझसे मेरी मरती मोहब्बत के मंज़र 
सारी गालियाँ बद दुआएँ मैंने अपने नाम लिखा है और 

सारी तारीफे और दुआएँ तेरे नाम लिखा है 
मुझे ये अब भी गवारा नहीं के कोई तुझे गलत कहे 
मुझे यह गवारा नहीं के तुझसे कोई नफरत करे 
मुझे यह भी गवारा नहीं के तू ज़माने भर में बदनाम हो 
हाँ मैंने सब कुछ लिखा है बस तेरी बेवफाई नहीं लिखी 
तुम भले ही मुझे सबके सामने जलील करो 
मगर मैं किसी से तुम्हारा सच न कहूँगा 
मेरे लिए यह काफी है के सच तू जानती है 
बड़े दिनों के बाद मैंने कुछ लिखा है 
तुम्हारे आने से लेकर तुम्हारे जाने तक का सफ़र लिखा है 

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Md Danish Ansari

Wednesday, 6 June 2018

आज किसी खुशबु से मुझे मिलना है

June 06, 2018 0 Comments
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आज बहारों की बहार से
रंगो की मुस्कान से
आज मुझे मिलना है
आज किसी खुशबु से मुझे मिलना है
कोई तो बताओ जरा उनसे कैसे मिले
क्या पहन के जाऊँ
क्या संवर के जाऊँ
चेहरे पे मुस्कान और
दिल में घबराहट ले के जाऊँ
कोई तो बताओ जरा उनसे कैसे मिले
आज किसी खुशबु से मुझे मिलना है
क्या कुछ तोहफे उसके नाम
ले के जाऊँ
या फिर यूँही बस खाली हाँथ
ले के जाऊँ
क्या उसकी तारीफ में कुछ
अलफ़ाज़ कह जाऊँ
या फिर यूँही खामोश चुप चाप
हो के गुजर जाऊँ
आज किसी खुशबु से मुझे मिलना है
कोई तो बताओ जरा उनसे कैसे मिले

नोट : खुशबु = महक 

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Md Danish Ansari

Tuesday, 5 June 2018

शुक्रिया | Thanks

June 05, 2018 0 Comments

लगभग शाम हो ही चली थी सूरज क्षितिज पे था मौसम सुहाना था खुशनुमा था मैं अपने दुकान में बैठे बैठे लोगो को आते जाते देखता रहा सुबह से शाम हो गयी और अभी तक मैंने दिन की पहली बोहनी नही किया था बार बार मैं आज के दिन को लेकर दुखी हो जाता फिर आसमान पर जैसे ही नज़र पड़ती दिल खुश हो जाता बहुत ही खूबसूरत सुहाना मौसम था ! मैं जवान था इसलिए यह ख्याल आया काश इस सुहाने मौसम में हमसफ़र साथ होता तो ये शाम और भी खूबसूरत होती फिर कुछ देर बाद मैंने मन ही मन में ये कहा छोडो यार ये इश्क़ फरमाने की बातें जब ज़ेब और पेट खाली हो तो ये इश्क़ और मोहब्बत ही साँप और बिच्छू बन कर डसने लगते है ! उसके बाद मैंने आँख बंद करके खुदा से दुआ करने लगा ए मेरे मालिक ए सारे कायनात को बनाने वाले इसके कर्ता धर्ता क्या तेरे इस गुनहगार बन्दे को आज क्या खाली हाँथ ही लौटा देगा क्या तू मुझसे इतना ख़फ़ा है की तू अपने बेसुमार खजाने से मुझे एक बून्द भी अता नही कर सकता मेरे गुनाहों को माफ़ कर मेरे मालिक और अपने इस गुनहगार बन्दे को अपने खजाने से कुछ हलाल-ए-रिज़्क़ अता कर दे ! इतनी सी दुआ करके मैंने अपनी आँख खोला तो देखा सामने एक खातून खड़ी है मेरे तरफ पीठ करके दूकान में कुछ देख रही है, मैं फ़ौरन कह उठा आपको कुछ चाहिए और वो पलटी मैं बस वही चित हो गया उसने सामान जो ख़रीदा सो ख़रीदा मैंने उस खातून के बेग में उसके ख़रीदे सामान के साथ अपना दिल भी पैक कर दिया और मुझे खबर भी न हुई आज वो खातून मेरी ज़िन्दगी और मौत दोनों जहाँ में हमसफ़र है और हम आज मिट्टी के छः फुट गड्ढे में दफ़्न है ! शुक्रिया ज़ुलेखा मेरा साथ निभाने के लिए शुक्रिया युसूफ मुझे अपने सफर का हमसफ़र बनाने के लिए शुक्रिया मेरे मौला हमे ये खूबसूरत ज़िन्दगी देने के लिए और शुक्रिया मौत से मिलाने के लिए मौत के बगैर ज़िन्दगी अधूरी है जैसे मैं और तुम !

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Md Danish Ansari