Wednesday, 30 May 2018

वो एक पहली नज़र


वो एक पहली नज़र जो तुझपे पड़ी 
गुम  हुआ  हाँ  मैं  गुम  हुआ 
तुम मानो ना मानो ये जो दिल है 
सिर्फ  तुझे  ही, चाहे..................
मुझसे जो की तुमने बात 
आया नहीं मुझको कुछ भी ख्याल
सुनते रहे बस तेरी ही बाते 
उलझी हुई थी ये मुलाकाते 
वो एक पहली नज़र जो तुझपे पड़ी 
गुम  हुआ  हाँ  मैं  गुम  हुआ 
क़रीबियाँ थी फिर भी दूरियाँ थी 
समझोगे तुम कैसे समझाऊँ कैसे 
हर याद तुझसे मुझसे जुडी है और 
हर बात तुझसे शुरू मुझपे ख़त्म हुई
फिर यूँ एक दिन कुछ जादू सा हुआ 
तेरी आँखों मैं कुछ तो जादू सा हुआ 
होंठ खामोश थे फिर आँखें बोलती 
लबो पे तुम्हारी दबी मुस्कुराहटें थी 
और फिर तुम बहुत करीब आके 
कानो में कह गयी क्या................
वो एक पहली नज़र जो तुझपे पड़ी 
गुम  हुई  हाँ  मैं  गुम  हुई 
मानो न मानो चाहती हूँ तुमको 
खुद से भी ज्यादा मानती हूँ तुमको 
जानती हूँ मैं भी चाहते हो मुझको 
कहते फिर क्यों नहीं जो कहना चाहो 
फिर...... फिर क्या हुआ ???
फिर यूँ कुछ हुआ जादू हुआ 
जो भी हुआ बहुत अच्छा हुआ 
वो एक पहली नज़र जो तुझपे पड़ी 
गुम  हुआ  हाँ  मैं  गुम  हुआ 
हाँ मुझे तुमसे मोहब्बत हुई..... 
हाँ मुझे भी तुमसे मोहब्बत हुई


*****
Md Danish Ansari


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